वेदान्त विद्यापीठ के छात्रों ने फहराया सफलता का परचम, नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा में संस्था के 4 छात्र चयनित

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By informbharat.com

शिक्षा किसी भी समाज की नींव होती है, और जब बात जशपुर जिले में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने वाले संस्थाओं की होती है , तो तपकरा का वेदान्त विद्यापीठ स्कूल एक मिसाल बनकर उभरता है। हाल ही में जवाहर नवोदय विद्यालय की कक्षा पाँचवी प्रवेश परीक्षा के परिणाम घोषित हुए, और इस बार भी वेदान्त विद्यापीठ स्कूल के छात्रों ने अपनी काबिलियत साबित कर दी। इस वर्ष इस विद्यालय के चार मेधावी छात्रों ने सफलता प्राप्त की, जिससे न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे विद्यालय और समाज को गर्व हुआ है।

उत्तीर्ण छात्रों की सफलता की कहानी

इस वर्ष चयनित छात्रों की सूची में शामिल नाम उनकी कड़ी मेहनत और स्कूल के उच्च शैक्षिक स्तर को दर्शाते हैं—

🔹 अनवी सिंह (तपकरा) एक दृढ़ निश्चयी छात्रा, जिनके माता-पिता शिक्षण और पुलिस सेवा में हैं। आईपीएस ऑफिसर बनने का सपना देखने वाली अनवी बचपन से ही अनुशासनप्रिय और मेहनती रही हैं।

🔹 माही भगत (तपकरा) – कला और खेलकूद में निपुण माही का सपना है डॉक्टर बनकर समाज की सेवा करना। उनके पिता शिक्षक हैं और माता गृहणी, जिन्होंने अपनी बेटी के हर कदम पर उसे प्रोत्साहित किया।

🔹 दिव्यान्शु जायसवाल (तपकरा) – साहित्य और कहानियों में रुचि रखने वाले दिव्यान्शु का लक्ष्य है आईएएस अधिकारी बनना और देश की सेवा करना। उनके माता-पिता दोनों शिक्षक हैं, जिनकी प्रेरणा से दिव्यान्शु हर दिन कुछ नया सीखने का प्रयास करता है।

🔹 प्रिंसी साव (अंकिरा) – खेलकूद और पेंटिंग में निपुण प्रिंसी भी डॉक्टर बनने की इच्छा रखती हैं। उनकी माता गृहणी हैं और पिता शिक्षक। उनकी यह उपलब्धि उनके आत्मविश्वास और लगन का प्रमाण है।

क्या कहा सफल छात्रों ने

चारों सफल छात्रों ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता के मार्गदर्शन और वेदान्त विद्यापीठ स्कूल के शिक्षकों की मेहनत को दिया। उन्होंने बताया कि वेदान्त विद्यापीठ में सभी विषयों की पढ़ाई के साथ ही नवोदय एवं सैनिक स्कूल परीक्षाओं की भी विशेष तैयारी कराई जाती है, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा और वे सफलता की ओर अग्रसर हुए।

संस्था के निदेशक का संदेश

हमने संस्था के निदेशक श्री अभिषेक झा से भी बात की। उन्होंने बताया कि वेदान्त विद्यापीठ की स्थापना का उद्देश्य ग्रामीण अंचल के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना है। उन्होंने कहा,
“संस्था के सभी शैक्षणिक स्टाफ का चुनाव बहुत सोच-समझकर किया जाता है, ताकि छात्रों को सर्वश्रेष्ठ शिक्षा मिल सके।”

सभी सफल छात्रों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों की मेहनत और शिक्षकों का मार्गदर्शन रंग लाया। साथ ही, उन्होंने उन सभी अभिभावकों का भी धन्यवाद दिया, जिन्होंने संस्था की शैक्षणिक व्यवस्था पर विश्वास जताया।

जिन छात्रों का चयन इस बार नहीं हुआ, उनके लिए उन्होंने एक प्रेरणादायक संदेश दिया:
“जीवन में कई अवसर आएंगे, कई परीक्षाएँ होंगी। सफलता और असफलता के बीच केवल एक चीज़ का अंतर होता है— मेहनत!
इसलिए निरंतर प्रयास करते रहें, सफलता जरूर मिलेगी।”

निरंतर सफलता की ओर वेदान्त विद्यापीठ

वेदान्त विद्यापीठ स्कूल ने पिछले कुछ वर्षों में शिक्षा के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। इस विद्यालय के छात्र हर वर्ष नवोदय विद्यालय एवं सैनिक स्कूल जैसी प्रतिष्ठित प्रवेश परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर रहे हैं।

पिछले वर्ष भी इसी विद्यालय के चार छात्र नवोदय विद्यालय के लिए चयनित हुए थे। यह दर्शाता है कि विद्यालय का अध्यापन पद्धति और अनुशासन उच्च स्तरीय है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, अनुभवी शिक्षक, और अनुशासन का यह मिश्रण छात्रों को न केवल परीक्षा में बल्कि जीवन की कठिनाइयों से जूझने के लिए भी तैयार करता है।

विद्यालय की विशेषताएँ

अनुभवी शिक्षक – विद्यालय में अनुभवी शिक्षक विद्यार्थियों को गहराई से ज्ञान देने का प्रयास करते हैं।
व्यक्तिगत ध्यान – हर छात्र की क्षमताओं को पहचाना जाता है और उन्हें मार्गदर्शन दिया जाता है।
अत्याधुनिक शिक्षण पद्धति – स्मार्ट क्लास, प्रैक्टिकल लर्निंग, और सह-पाठयक्रम गतिविधियों पर विशेष ध्यान।
नैतिक शिक्षा – छात्रों को सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं रखा जाता, बल्कि उन्हें नैतिकता और सामाजिक मूल्यों का ज्ञान भी दिया जाता है।

भविष्य की ओर एक और कदम

इस शानदार उपलब्धि के लिए विद्यालय के शिक्षकों, माता-पिता और छात्रों को हार्दिक बधाई। सफलता की यह यात्रा वेदान्त विद्यापीठ स्कूल को न केवल अपने क्षेत्र में बल्कि संपूर्ण प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रतीक के रूप में स्थापित कर रही है।

“संघर्ष से ही सफलता का जन्म होता है।”

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