जशपुर के मधेश्वर महादेव सुनेंगे महाशिवपुराण कथा, पंडित प्रदीप मिश्रा की ओजस्वी वाणी को मिलेगा विश्व के सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग का आशीर्वाद

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By Mrig Krishna

छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के कुनकुरी विकासखंड स्थित मयाली गांव में स्थित मधेश्वर महादेव पहाड़, जो विश्व के सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग के रूप में प्रसिद्ध है, अब श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनने जा रहा है। यहां 21 मार्च से 27 मार्च तक प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा भव्य महाशिवपुराण कथा का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन से न केवल क्षेत्र की धार्मिक आस्था पुष्पित-पल्लवित होगी, बल्कि जशपुर जिला पर्यटन के मानचित्र पर और अधिक प्रमुखता से उभरेगा।

मधेश्वर महादेव पहाड़: एक दिव्य स्थल

छत्तीसगढ़ के खूबसूरत और आध्यात्मिक स्थलों में से एक मधेश्वर महादेव पहाड़ (Madheswar Mahadev Pahad) जशपुर जिले में स्थित है। प्राकृतिक सौंदर्य, धार्मिक आस्था और रोमांच का अद्भुत संगम यह स्थान हर साल हजारों श्रद्धालुओं और प्रकृति प्रेमियों को आकर्षित करता है।

🔹 भगवान शिव का पावन धाम
मधेश्वर महादेव पहाड़ पर एक प्राचीन शिव मंदिर स्थित है, जहाँ श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए आते हैं। मान्यता है कि यह स्थल कई वर्षों से आध्यात्मिक तपस्या का केंद्र रहा है। महाशिवरात्रि और सावन के महीने में यहाँ विशेष पूजा-अर्चना की जाती है, जिसमें दूर-दूर से भक्त उमड़ते हैं।

🔹 मनमोहक प्राकृतिक दृश्य
यह पहाड़ घने जंगलों और हरे-भरे परिदृश्यों से घिरा हुआ है। यहाँ से दिखाई देने वाला सूर्योदय और सूर्यास्त का नजारा अद्भुत होता है। पहाड़ के ऊँचाई पर पहुँचकर आप पूरे जशपुर जिले का मनोरम दृश्य देख सकते हैं।

🔹 ट्रेकिंग और एडवेंचर का केंद्र
जो लोग ट्रेकिंग और रोमांच के शौकीन हैं, उनके लिए यह जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं। पहाड़ की चढ़ाई करते समय रास्ते में कई दिलचस्प स्थल मिलते हैं, जो इस यात्रा को और भी खास बना देते हैं।

🔹 आस्था और पर्यटन का संगम
मधेश्वर महादेव पहाड़ न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह पर्यटकों के लिए भी एक शानदार डेस्टिनेशन है। यहाँ आकर आप शांति, अध्यात्म और रोमांच का एक साथ अनुभव कर सकते हैं।

🔹 गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज

मधेश्वर पहाड़ पर स्थित यह विशाल प्राकृतिक शिवलिंग, जिसे ‘लार्जेस्ट नेचुरल फैक्सिमिली ऑफ शिवलिंग’ के रूप में गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्जा प्राप्त हुआ है, शिव भक्तों के लिए एक विशेष आस्था का केंद्र बना हुआ है। माना जाता है कि यह शिवलिंग प्राकृतिक रूप से आकार लिया हुआ है और इसकी अद्वितीयता एवं दिव्यता इसे विश्व स्तर पर खास बनाती है।

महाशिवपुराण कथा: आध्यात्मिक जागरण का अवसर

प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित श्री प्रदीप मिश्रा की शिवपुराण कथा में श्रद्धालु शिव महिमा, शिव तत्व और उनकी कृपा का वर्णन सुनने का अवसर प्राप्त करेंगे। उनकी ओजस्वी वाणी और आध्यात्मिक अनुभव से यह कथा शिवभक्तों के लिए एक विशेष आध्यात्मिक यात्रा साबित होगी।

पंडित प्रदीप मिश्रा एक प्रसिद्ध कथा वाचक और आध्यात्मिक गुरु हैं, जो अपनी मधुर वाणी और प्रेरणादायक कथाओं के लिए जाने जाते हैं। उनकी शिव महापुराण कथाएँ देशभर में लाखों लोगों द्वारा सुनी और सराही जाती हैं। वे सरल भाषा और रोचक उदाहरणों के माध्यम से आध्यात्मिकता को आम जनमानस तक पहुँचाते हैं। उनका विशेष योगदान शिव भक्ति को जन-जन तक पहुँचाने में रहा है, और उनके प्रवचनों में भक्तिभाव के साथ जीवन प्रबंधन की गहरी सीख भी मिलती है। उनकी कथाओं में न केवल धार्मिक महत्व होता है, बल्कि वे सामाजिक और सांस्कृतिक चेतना को भी जागृत करते हैं।

प्रशासन और भक्तों की तैयारियां

इस विशाल आयोजन के लिए प्रशासन और स्थानीय समितियां पूरी तरह से तैयारियों में जुटी हुई हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए विशेष व्यवस्थाएँ की जा रही हैं, जिनमें परिवहन, भोजन, ठहरने और चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था शामिल है।

जशपुर जिले के अलग-अलग हिस्सों से श्रद्धालुवों को कथा स्थल तक लाने ले जाने के लिए जिला प्रशासन ने 40 बसों को 7 दिन के लिए विशेष परमिट प्रदान किया है। कई ऑटो और टैक्सी की भी व्यवस्था बनाई गई है।

भंडारे के माध्यम से श्रद्धालुवों के भोजन की व्यवस्था भी की गई है। भंडारे मे अन्नदान एवं अर्थदान के माध्यम से सहयोग करने के लिए नंबर भी जारी किए गए हैं।

यह आयोजन जशपुर के लिए महत्वपूर्ण

इस आयोजन के माध्यम से न केवल क्षेत्रीय स्तर पर बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी जशपुर का नाम रोशन होगा।

  • धार्मिक दृष्टि से यह आयोजन शिव भक्तों के लिए एक ऐतिहासिक अवसर होगा।
  • इस कथा से क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी, जिससे स्थानीय व्यापार और रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा।
  • प्राकृतिक सौंदर्य और अध्यात्म का संगम होने के कारण यह स्थान विशेष रूप से ध्यान और साधना करने वालों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगा।

समापन

मधेश्वर पहाड़ पर आयोजित यह महाशिवपुराण कथा जशपुर जिले को न केवल धार्मिक बल्कि पर्यटन के क्षेत्र में भी नई ऊंचाइयों तक ले जाने का काम करेगी। विश्व के सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग का सानिध्य और पंडित श्री प्रदीप मिश्रा की ओजस्वी वाणी में शिवपुराण कथा सुनना शिवभक्तों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव होगा।

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