Trading और Investing को लोग अक्सर एक दूसरे का synonym मान लेते हैं। पर ये दोनो Stock Market से पैसे बनाने की दो अलग-अलग Strategy है। दुनिया भर के अधिकांश प्रमुख निवेशक Stock Market से धन बनाने के लिए इन्हीं दो तरीकों का उपयोग करते हैं।आइए आपको स्टॉक सेलेक्ट करने से पहले मार्केट में Profit कमाने के दो अलग-अलग तरीकों Trading और Investing को समझाता हूँ।
समझें Trading और Investing का फर्क
Trading क्या होता है
Trading मार्केट के बढ़ने या गिरने की परवाह किए बिना डेली प्रॉफ़िट कमाने पर ही फोकस करता है।
“Taking Long पोजीशन” क्या है – कम कीमत पर खरीदना और जब बाजार ऊपर जा रहा हो तो अधिक कीमत पर बेचना।
“Shorting अ पोजीशन” के मायने – अधिक कीमत पर बेचना और जब बाजार नीचे जा रहा हो तो कम कीमत पर खरीदना।
टेकिंग लॉन्ग पोजीशन एंव शोर्टिंग ए पोजीशन के लिए आपको शेयरों के भविष्य में प्राइस मूवमेंट का पहले से अनुमान लगाना होगा शेयरों के फ्युचर में प्राइस मूवमेंट का पहले से अनुमान लगाने के लिए कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न, मूविंग एवरेज, स्टोकेस्टिक ऑसिलेटर जैसे कॉम्प्लेक्स इंडिकेटर को समझकर शेयरों का टेक्निकल एनालिसिस सीखना होगा।
डिस्क्लेमर: मैं किसी स्टॉक की सिफारिश नहीं कर रहा इस आर्टिकल में स्टॉक नाम केवल समझाने उद्देश्य से लिया गया है। निवेश करने से पहले अपना निर्णय स्वयं लें।
आप यूनियन बैंक ऑफ इंडिया स्टॉक के तकनीकी विश्लेषण चार्ट से प्राइस मूवमेंट को प्रिडिक्ट कर सकते है।
स्टॉक की कीमतों में भारी अस्थिरता के कारण ट्रेडिंग अत्यधिक फायदेमंद या घाटे वाली हो सकती है। यदि आपके पास स्पष्ट ट्रेडिंग रणनीति नहीं है तो आपको इंट्राडे ट्रेडिंग से दूर रहना चाहिए।
Value Investing को समझे
स्टॉक मार्केट में निवेश करने के लिए अपनाए जाने वाली स्ट्रेटजी में से एक वैल्यू इन्वेस्टिंग भी है।
वॉरेन बफेट कहते हैं, “यदि आप किसी स्टॉक को 10 साल तक रखने के बारे में नहीं सोच रहे हैं, तो 10 मिनट के लिए भी इसे रखने के बारे में न सोचें।
लॉन्ग टर्म के लिए स्टॉक रखने से निवेशकों को लाभांश एवं स्टॉक स्प्लिट का एडवांटेज मिलता है।
5 आसान Steps में सीखें Stock Market Investment
वॉरेन बफ़ेट, जो एक प्रसिद्ध वैल्यू इन्वेस्टर, जिनसे हर इन्वैस्टर यही सीखता है कि उन्होंने अच्छे स्टॉक्स में निवेश करके और उन्हें लंबे समय तक अपने पास रखकर अपने लिए धन अर्जित किया है।